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Swami Divyastra Leadership Quotient
स्वामी दिव्यास्त्र जनप्रतिनिधि मूल्यांकन
प्रस्तावना
कैसे हो जनता के प्रतिनिधि, कैसा हो उनका व्यक्तित्व कैसे बांधे वो अपने आपको एक अदभुत सीमा रेखा में जिससे वह दे पाए राष्ट्र के प्रति पूर्ण समर्पण और उनकी इस गरिमा की महक अनुभव कर पाए समाज के
हर वर्ग का व्यक्ति.
क्या है लीडरशिप कोशेंट
व्यक्ति कि किसी भी क्षमता को बताने की सरलतम विधि है उसको कोशेंट में अभिव्यक्त करना. जैसे - Intelligence Quotient (IQ-बुद्धिमता), Emotionality Quotient (EQ-भावनात्मकता), Happiness Quotient (HQ-प्रसन्नता), Adjustment Quotient (AQ-सामंजस्य क्षमता) Religiosity Quotient, (RQ - निष्ठां ) Spirituality Quotient.(SQ-आध्यात्मिकता).
इसी प्रकार से यदि जन प्रतिनिधियों की गरिमा, नेतृत्व क्षमता एवं समाज के प्रति समर्पण भावना का मापन किसी कोशेंट के अंतर्गत आ जाये तो जनप्रतिनिधि को केवल एक ही शब्द कहना पड़ेगा की मेरा लीडरशिप कोशेंट का मूल्यांकन इतना है. इससे जनता को भी लीडर को चुनने में कोई भी कठिनाई नहीं होगी. इसको बनाने में सभी प्रकार के मानको का एक फॉर्मेट बनाया गया है जिसके अंतर्गत जनप्रतिनिधि के समस्त आयामों को लिया गया है इस प्रणाली को यदि सही रूप से विकसित कर दिया जाये तो विश्वभर के किसी भी राष्ट्र में अपने नेता को चुनना अत्यंत सरल हो जायेगा ये कोशेंट कोई स्थिर मानक नहीं है .ये घट बढ़ सकता है यदि ये कोशेंट घटता है तो नेता द्वारा अभिव्यक्त कोसेंट उसको अपने पद से हटने के लिए बाध्य करेगा और यदि ये बढ़ता है तो इसका अर्थ यह होगा कि उसका समर्पण जनता के प्रति और भी अधिक हो गया है . यह कोशेंट १०० के पैमाने से भी लीडर कि क्षमताओ को देखते हुए अधिक हो सकता है
इस लीडरशिप कोशेंट का परिणाम (LQ) जानने के लिए इसमें लीडर की जीवनशैली का अध्ययन तीन भागो में किया गया है . इस फॉर्मेट के प्रथम चरण के अध्ययन मैं लीडर का भूतकाल है दुसरे चरण में लीडर का वर्तमान मैं अपने लीडर शिप कोशेंट के प्रति कटिबद्धता और उसकी राष्ट्र के प्रति संपूर्ण त्याग की वचनबद्धता है एवं तीसरे चरण मैं लीडरशिप कोशंत (LQ) के वज्ञानिक प्रमाण होंगे
इन सब चरणों को इस प्रकार से लिया गया है की चाहे लीडर का भूतकाल कुछ भी रहा हो ,वो कितना भी बड़ा अपराधी रहा हो , तब भी वो राष्ट्र का सर्वोत्तम नायक बनने की क्षमता रखता है और राष्ट्र का सर्वोत्तम नायक कहला सकता है . इस कोशेंट में मनोवैज्ञानिक एवं अतिआधुनिक तकनीको को भी शामिल किया गया है जो कि एक प्रकार से लीडर की वचनबद्धता के वैज्ञानिक प्रमाण होंगे और इस प्रकार से कोशेंट पूरी तरह से एक वैज्ञानिक आंकलन होगा . इस कोशेंट का पूरा परिणाम जानने के लिए एक निश्चित केंद्र पर इसका मूल्यांकन किया जा सकता है जहा पर पुरे मानको को लगाने के बाद कोशेंट को घोषित किया जा सकता है . इस लीडरशिप कोशेंट (LQ) निकालने का तरीका बहुत ही सरल है जिसमे केवल कुछ घंटो का समय ही लगेगा और किसी भी व्यक्ति का लीडरशिप कोशेंट (LQ) निकालने के लिए व्यक्ति का शिक्षित होना भी आवश्यक नहीं है . जो व्यक्ति इन कोशेंट के उच्चतम मानको पर होगा वो जनता द्वारा या किसी भी राजनैतिक पार्टी द्वारा राष्ट्र के नेतृत्व के लिए विभिन्न पदों पर नियुक्त किया जा सकता है
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जिसको न निज जाति, निज धरम, निज देश का अभिमान है. वो नर नहीं नर पशु निरा है और मृतक समान है - राष्ट्र कवि मैथली शरण गुप्त
एक अभिव्यक्ति लीडरशिप कोशेंट के प्रति :- उनमे हो बुद्धिमता, ईमानदारी, संवेदनशीलता , अपराधहीनता एवं अन्य श्रेष्ठतम भावनाओ की पराकाष्ठा चाहे इसके लिए उन्हें देना पड़े एक सम्पूर्ण मनोवैज्ञानिक परीक्षण का प्रमाण .
- हो उनके मस्तिष्क का एक अति आधुनिक अध्ययन एवं सूक्षतम विश्लेषण जो बता सके उनके मस्तिष्क की संरचना, कर सके उनके व्यक्तित्व का संपूर्ण विश्लेषण और दे सके उनके मस्तिष्क की भावनाओ की वैज्ञानिक प्रमाणकता
- मादक पदार्थो का सेवन न हो उनकी जीवन शैली में
- आपराधिक मामलो की गंध उनको छु भी न पाए और न ही छुआ हो या अपनी परिभाषा से वे स्वयं निश्चित करें की वो है अब राष्ट्र के प्रति समर्पित, वचनबद्ध और कोई नहीं उठा सकता उन पर अब एक भी ऊँगली चाहे वो रहे हो पहले कितने भी बड़े दोषी पर अब बन गए है वाल्मीकि, सम्पूर्ण राष्ट्र की सेवा के लिए हुआ है उनका हृदय परिवर्तन या कायाकल्प
- उनकी जीवनशैली की हर बात पर अधिकार हो सबका और यह उपलब्ध हो सम्पूर्ण समाज को
- शिक्षित हो या अशिक्षित नहीं महत्व इसका, सेवा की क्षमता है उनके पास है सत्य का भण्डार
- राष्ट्र सेवा के लिए त्याग सके अपने परिवार को और मिले अपने परिवारजनो से ऐसे ही जैसे वो मिलते है जनसाधारण से
- अपनी संपूर्ण संपत्ति करें राष्ट्र को समर्पित और बने संपत्ति शून्य और पद छोड़ने के बाद भी रहे संपत्ति शून्य, आजीवन
- उनको उपलब्ध सेवाए हो उनके दायित्व की गरिमा के अनुरूप केवल तब तक जब तक वो है उस पद पर
- पद छोड़ने के बाद शेष जीवन वो काटे एक सामान्य नागरिक के रूप में जिसमे उनको मिले एक रहने का स्थान, न्यूनतम धन एवं भोजन.
- किसी भी धर्म से सम्बंधित आयोजनों में वो बाधित करें अपना प्रवेश एवं स्वयं का अभिभाषण . धरम स्थल पर प्रवेश करें तो केवल एक धरम पालक व्यक्ति के रूप में
- हो कर्म उनके ऐसे की जीवन मैं उन्हें आवश्यकता ही न पड़े अपने ही समाज से सुरक्षा की
- अपने लीडरशिप कोशेंट (LQ) को उच्चतम मानको तक ले जाने के प्रति रखे सम्पूर्ण निष्ठां एवं संकल्प
बनना है प्रतिनिधि जनता का राष्ट्रहित में, त्याग कर सब कुछ
हो लीडर इतना पूज्य की ईश्वर भी हो उसके LQ के सम्मुख नतमस्तक
निज गौरव का नित ज्ञान रहे, हम भी कुछ हैं यह ध्यान रहे
सब जाय अभी पर मान रहे, मरणोत्तर गुंजित गान रहे
सब जाय अभी पर मान रहे, मरणोत्तर गुंजित गान रहे
Leader assessment format to determine LEADER QUOTIENT follows :
Swami Divyastra Leadership Quotients - Format to calculate LQ (Leadership Quotient) is under preparation which will be published in the Blog within fortnight. Your valuable suggestion are egarly awaited to include in this LQ Tool (Leadership Quotient Tool)
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